देहरादून खबर:
मुस्लिम सेवा संगठन ने शहर काजी मुहम्मद अहमद कासमी के नेतृत्व में एक मेमोरेंडम जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को प्रेषित किया। इस अवसर पर मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा कि अहले फिलिस्तीन अल्लाह तुम्हारा मददगार हो। आज सारी दुनिया इंसानी तारीख के बदतरीन दौर से गुज़र रही है। दुनिया में जुल्म ओ सितम की ऐसे दास्तान शायद पहले कभी न देखी होगी। फिलिस्तीन के छोटे छोटे बच्चे भूख और प्यास से बिलख बिलख कर दम तोड़ने को मजबूर हैं। दुनिया की वो हुकूमते जो इंसानियत का झूठा स्वांग रचती है, वो सब तमाशा बीन बनी हुई है। अकवामे मुताहिदा (UNO) तो अपनी बिनायी खो चुका है। इंसानी हुकूक की पासवानी का दम भरने वाली तंजीमे गूँगी हो चुकी हैं। अरब हुक्मरान अपनी मदमस्तियों के नशे में गर्दिश कर रहे हैं। क्या फिलिस्तीन में मारने वाले मर्द औरत और भूखमरी का शिकार बच्चे तरस के मुस्तहिक नहीं । मुस्लिम सेवा संगठन पुरज़ोर अल्फाज़ में अहले फिलिस्तीन पर हो रहे जुल्म का मजम्मत करता है। हुकूमते हिन्द इसराइल की इस बर्बरियत पर अकवामे मुत्ताहिदा में इस मसले को उठाये और हिन्दुस्तान में इसराइल के सफीर (ambassador) को रुक्सत दे। अपने माशी ताल्लुकात तोड़े और दुनिया के सामने अमन ओ सुकून का अलंबरदार होने का सुबूत पेश करे। मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी ने कहा कि गाजा में इस समय जो भीषण मानव त्रासदी और नरसंहार चल रहा है, उसने सम्पूर्ण विश्व के मानवतावादी मूल्यों को झकझोर दिया है। लाखों निर्दोष लोग, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं, इस हिंसा का शिकार हो रहे हैं। अस्पताल, विद्यालय, राहत शिविर और धार्मिक स्थल तक बमबारी से सुरक्षित नहीं रहे। यह स्थिति अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का स्पष्ट उल्लंघन है। मुस्लिम सेवा संगठन गाजा में जारी नरसंहार की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कड़े शब्दों में निंदा करता है तथा भारत सरकार से मांग करता है कि
1. संयुक्त राष्ट्र एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर युद्धविराम और मानवीय सहायता हेतु सक्रिय भूमिका निभाए
2. पीड़ित गाजा वासियों के लिए भारत सरकार की ओर से मानवीय सहायता (दवाइयों, भोजन, राहत सामग्री) भेजने की तत्काल पहल।
3. शांति बहाली और संवाद के लिए भारत की ओर से एक मध्यस्थता प्रस्ताव अथवा शांति मिशन की घोषणा करे।
इस अवसर पर सद्दाम कुरैशी, मुदस्सिर कुरैशी, मेहताब कुरैशी, रमीज राजा, साकिब कुरैशी, नाज़िम खान, नाज़िम जैदी आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट भगवत मेहरा